भाजपा के दो कद्दावर नेताओं सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या के बीच सियासी वर्चस्व की जंग कोई नई नहीं है।
इसी क्रम में 20 मई मंगलवार को सोमेश्वर में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या की अगुआई में तिरंगा यात्रा निकाली जानी है। लेकिन तिरंगा यात्रा से एक दिन पूर्व 19 मई को जिला मुख्यालय में सर्व समाज को जोड़ने के लिए सिंदूर सम्मान यात्रा निकाल दी गई।
कांटे की इस टक्कर में अजय टम्टा विधानसभा चुनाव जीतने में सफल रहे। इसके बाद वर्ष 2014 में अजय टम्टा को अल्मोड़ा संसदीय सीट से दोबारा टिकट मिला और वह जीतने में सफल रहे। जिसके बाद सोमेश्वर विस सीट पर उपचुनाव हुए।
इस उपचुनाव में रेखा आर्या कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ी और जीत दर्ज करने में सफल रही। तब से सोमेश्वर सीट पर रेखा आर्या ही काबिज है। इसके बाद वह वर्ष 2017 में भाजपा में शामिल हो गई। 11 वर्ष पूर्व शुरु हुई अदावत अब तक जारी है।
दोनों नेताओं की महत्वाकांक्षा प्रदेश के दलित नेता के रूप में उभरने की है। अब पहले पंचायत और विधानसभा चुनाव भी होने है। पार्टी के अंदर अपनी ताकत दिखाने को आए दिन दोनों नेताओं के बीच इस तरह का सियासी घमासान होते रहता है।