टिकैतनगर (बाराबंकी)। तहसील रामसनेहीघाट क्षेत्र के कई गांवों में सार्वजनिक उपयोग की जमीन जैसे चारागाह, तालाब और खलिहान पर अवैध कब्जों के मामले में प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। प्रशासन ने ऐसे 150 अवैध कब्जेदारों को जमीन खाली करने की नोटिस दी है, जिनमें बनगांवा गांव के 61 लोग शामिल हैं। इसके अलावा कई लोगों को राजस्व हानि की भरपाई के लिए रिकवरी नोटिस भी दी गई है।
बनगांवा गांव में वर्षों से सार्वजनिक भूमि पर निजी कब्जा था। बनगांवा में सबसे पहले विजय सिंह, सुखदेव, पहलवान, अबरार, अहमद, तिलक राम, मालिक राम, ननकू, जमील, रईस, कलीम, रोशन सहित 32 लोगों को अवैध कब्जा खाली करने व कुछ लोगों को राजस्व वसूली की नोटिस दी गई थी।
इसके बाद लगभग रोजाना गांव के पांच-छह लोगों को नोटिस थमाई जा रही है। बनगांवा निवासी ननकू पिछले 20 वर्षों से खलिहान की जमीन पर झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। वह कहते हैं कि हम गरीब लोग हैं, कोई ज़मीन नहीं थी तो यहीं सिर छिपाया। अब हटाए जा रहे हैं तो बच्चों को लेकर कहां जाएं। विधवा लखराजा बताती हैं कि उनके पास रहने को और कोई जगह नहीं है। पति के मरने के बाद यही जमीन थी जो हमें सहारा देती थी।
उपजिलाधिकारी अनुराग सिंह ने बताया कि शासन स्तर से सख्त निर्देश मिले हैं कि राजस्व अभिलेखों में दर्ज सार्वजनिक भूमि को हर हाल में मुक्त कराया जाए। चारागाह, तालाब और खलिहान की जमीन पर किसी भी प्रकार का निजी अतिक्रमण अवैध है। पूरे तहसील में लगभग 150 लोगों को नोटिस जारी हुई है।